ईश्वर के दंड अधिकारी शनि देव के कुछ सुप्रसिद्ध दंड shani maharaj
ईश्वर के दंड अधिकारी शनि देव के कुछ सुप्रसिद्ध दंड
शनि देव के विषय में यह कहा जाता है कि :-
शनिदेव के कारण गणेश जी का सिर छेदन हुआ।
शनिदेव के कारण राम जी को वनवास हुआ था।
रावण का संहार शनिदेव के कारण हुआ था।
शनिदेव के कारण पांडवों को राज्य से भटकना पड़ा।
शनि के क्रोध के कारण विक्रमादित्य जैसे राजा को कष्ट झेलना पड़ा।
शनिदेव के कारण राजा हरिशचंद्र को दर-दर की ठोकरें खानी पड़ी।
राजा नल और उनकी रानी दमयंती को जीवन में कई कष्टों का सामना करना पड़ा था।
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परिवार व्यवस्था के बिखराव को, संस्कार केन्द्र स्थापित कर रोकें - अरविन्द सिसौदिया
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परिवार व्यवस्था के बिखराव को, संस्कार केन्द्र स्थापित कर रोकें - अरविन्द सिसौदिया
विदेशी षडयंत्रों से अपसंस्कृति पोषित अभियान को रोकने में लगातार केंद्र और राज्यों की सरकारें विफल रही । समाज की सामजिक व्यवस्थाओं का संरक्षण करना भी राजधर्म है, किन्तु यह राजधर्म कभी निभाया ही नहीं गया। इससे समाज में अव्यवस्था का बोलबाला हो गया। इस बिगड़ी स्थिती को ही हम नव युग के नाम से जान सकते हैं।
सवाल यही खड़ा हुआ है कि समाज व्यवस्था को कैसे संभाला जाए, परिवार व्यवस्था को कैसे संभाला जाए,इसकी पवित्रता कैसे बचाई जाये । समाज के समन्वयकारी व सदभावी विवेक को किस तरह से विखंडित होने से रोका जाए । इसका उत्तर भी यही है कि समाज की व्यवस्थाओं को लेकर अनेक प्रकार के प्रयास सरकारों को , समाज स्तर पर और धर्म के स्तर पर आहूत कर इस क्षरण को रोकना चाहिये।
धर्म क्षेत्र की आय बहुत है किन्तु उसका संस्कार देनें पर खर्च कम है। इसलिये सरकार जो मंदिरों मठों और धार्मिक क्षेत्र से आय प्राप्त करती है वह पूरी की पूरी संस्कार केन्द्रो पर खर्च करे।
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